लकड़ी की काठी – बाल कविता
October 21, 2022
लकड़ी की काठी
लकड़ी की काठी, काठी पर घोड़ा,
घोड़े की दुम पे जो मारा हथोड़ा,
दौड़ा – दौड़ा – दौड़ा घोड़ा दुम उठा के दौड़ा।
घोड़ा पहुंचा चौक में,चौक में था नाई,
घोड़े जी की नाई ने हजामत जो बनाई,
चग – बग चग – बग चग – बग चग – बग,
दौड़ा – दौड़ा – दौड़ा घोड़ा दुम उठा के दौड़ा।