लोक प्रशासन के क्षेत्र को स्पष्ट करें .
लोक प्रशासन के क्षेत्र को स्पष्ट करें –
लोक प्रशासन चुकी एक गतिशील और विकासशील विषय है इसलिए विभिन्न विद्वानों ने इसे अलग-अलग दृष्टिकोण दिया है। आज राज्य को दिन प्रतिदिन नई-नई समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है और इन समस्याओं से निपटने के लिए राज्य दिन प्रतिदिन नए-नए तरीके इस्तेमाल कर रहा है। “प्रत्येक नई तकनीक राज्य पर बढ़ता हुआ कार्य है और राज्य पर बढ़ता हुवा प्रत्येक कार्य लोक प्रशासन का बढ़ता हुआ क्षेत्र है।”
लोक प्रशासन का क्षेत्र आज पंचायती राज से लेकर यू० एन० ओ० तक हो चुका है उदाहरनिय नेपाल तथा श्रीलंका में कुछ ऐसे पदाधिकारी की नियुक्ति हुई है जिन्हें वेतन यू एन ओ के वेतन बजट से मिलता है। वे पदाधिकारी छोटे-छोटे राष्ट्रों में जाकर वहां के विकास कार्यक्रमों का अध्ययन करते हैं।
लोक प्रशासन का क्षेत्र यद्यपि संपूर्ण मानव समाज है परंतु समाज के अंतर्गत होने वाली प्रत्येक गतिविधियां लोक प्रशासन के अंतर्गत नहीं है क्योंकि आधुनिक युग में बढ़ती हुई विशिष्टता तथा सूक्ष्मता ने नए नए विषयों को जन्म दिया है।
लोक प्रशासन के क्षेत्र का प्रमुख दृष्टिकोण –
- संकुचित दृष्टिकोण
- व्यापक दृष्टिकोण
- पोसडकॉर्ब दृष्टिकोण
- पाठ्य विषय वस्तु संबंधी दृष्टिकोण
- लोकनीति दृष्टिकोण
- मनोसामाजिक दृष्टिकोण