मिल जुल कर रहना – बाल कविता
मिल जुल कर रहनाबच्चों, सब मिल - जुल कर रहना, देखो झूठ कभी ना कहना।…
क्यों रूठी हो गुड़िया रानी – गुड़िया रानी बाल कविता
क्यों रूठी हो गुड़िया रानी - बाल कविता गुड़िया रानीक्यों रूठी हो गुड़िया रानी, खा लो लड्डू,…
लकड़ी की काठी – बाल कविता
लकड़ी की काठीलकड़ी की काठी, काठी पर घोड़ा, घोड़े की दुम पे जो मारा हथोड़ा,दौड़ा…
सब्जी वाला – बाल कविता
सब्जी वालामम्मी जल्दी बाहर आओ, सब्जी वाला आया है। आलू , मटर, भिंडी, पालक, लौकी,…
अट्टू – बट्टू ~ बाल कविता
अट्टू - बट्टूएक था अट्टु, एक था बट्टू,एक था उनका घोड़ा। अट्टु बैठा, बट्टू बैठा,…
हम भाई हम – बाल कविता
हम भाई हमकौन करेगा देश की सेवा ? हम भाई हम। कौन चलेगा सच्चा रास्ता…
धनिया पुदीना – बाल कविता
धनिया पुदीना धनिया हूं में हरा-हरा, सब्जी को दूँ स्वाद नया। मैं हूं पुदीने की गड्डी,…
हाथी राजा – बाल कविता
हाथी राजाहाथी राजा, बहुत बड़े, सूंड उठाकर कहां चले ?पूंछ हिलाकर कहां चले ?मेरे घर…
जोकर – बाल कविता
जोकरजोकर है यह सरकस का करतब नए दिखाता है !कभी उछल कर, कभी कूद कर…